Antaryami (अन्तर्यामी)
अन्तर्यामी – अन्तर्मध्ये यमयति स्वस्व कार्य्येषु इन्द्रियादीनि नियोजयति
Antaryami means one who resides in the body and direct senses towards their actions.
Reference in Brihadaranyaka Upanishad 3.7.1
य इमं च लोकं परं च लोकं सर्वाणि च भूतानि यो$न्तरो यमयतीति !
-जो इस लोक को, परलोक को और सम्पूर्ण भूतों को भीतर रहकर नियमित करता है ।
-one who controls this world, heavenly world and all species by residing within them.
Reference in Bhagavata Purana – Skanda 5 – Chapter 20 verse 28
अन्तः प्रविश्य भूतानि यो बिभर्त्यात्मकेतुभिः ।
अन्तर्यामीश्वरः साक्षात्पातु नो यद्वशे स्फुटम् ॥
जो मनुष्यो मे प्राणरूप मे प्रवेश करते है, और समस्त आत्माओं मे श्रेष्ठ है । यह संपूर्ण जगत् जिनके अधीन है , वो अंतर्यामी ईश्वर हमारी रक्षा करे ।।